Narayanpur Naxal Encounter: अबूझमाड़ में मुठभेड़ में 8 नक्सली ढेर, एक सुरक्षाकर्मी ढेर
Narayanpur Naxal Encounter: माओवादियों से मुठभेड़: अबूझमाड़ एक पहाड़ी वन क्षेत्र है जो नारायणपुर, बीजापुर जिले और दंतेवाड़ा जिले में आता है...
नारायणुपर, Narayanpur Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ में नई साई सरकार के गठन के साथ ही ऐसा लग रहा है जैसे नक्सली सत्ता में आ गए हैं. राज्य के जंगली इलाके में तैनात जवान लगातार नक्सलियों के खात्मे में लगे हुए हैं. इसी क्रम में खबर आ रही है कि नारायणुपर के अबूझमाड़ इलाके में एक बार फिर पुलिस जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. बताया जा रहा है कि जवानों ने 8 नक्सलियों को मार गिराया है. हालाँकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
(Narayanpur Naxal Encounter) मिली जानकारी के मुताबिक,
अबूझमाड़ में पिछले दो दिनों से जवानों और नक्सलियों के बीच लड़ाई चल रही थी. दो दिनों तक चली मुठभेड़ में जवानों ने 8 नक्सलियों को मार गिराया है. वहीं, एक पुलिसकर्मी के घायल होने की भी खबर सामने आ रही है. यह पूरी कार्रवाई कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, कांकेर जिले के जवानों ने की है.
गौरतलब है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि ‘मोदी जी ने देश भर से नक्सलवाद को समाप्त किया चाहे वह आंध्रप्रदेश हो, तेलंगाना हो, बिहार बिहार हो, झारखंड हो या मध्य प्रदेश हो। मैं कहकर जाता हूं कि मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री बना दीजिए और दो साल दे दीजिए। छत्तीसगढ़ से हम नक्सलवाद को उखाड़ फेंकेंगे।’ गृह मंत्री ने कहा, ‘जब तक नक्सलवाद है तब तक आदिवासी भाई बहनों के लिए बिजली, स्कूल, राशन की दुकान देने में परेशानी हो रही है। जो भी नक्सली बचे हैं उनको कहता हूं कि सरेंडर हो जाओ, आपको फिर से प्रतिस्थापित करेंगे नहीं तो लड़ाई का परिणाम तय है। नक्सलवाद को हम समाप्त कर देंगे।’
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2004-14 की तुलना में 2014-23 में देश में वामपंथी उग्रवाद से संबंधित हिंसा में 52 प्रतिशत की गिरावट आई है और इस अवधि में मौतों की संख्या 69 प्रतिशत कम होकर 6,035 से 1,868 हो गई है। एक अधिकारी ने बताया कि दिसंबर 2023 में छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय की सरकार के गठन के बाद से सक्रिय अभियान चलाए गए हैं और इसके परिणामस्वरूप जनवरी से कम से कम 80 नक्सली मारे गए हैं और 125 से अधिक गिरफ्तार किए गए हैं जबकि 150 ने आत्मसमर्पण किया है। पिछले साल के अंत में, नक्सल प्रभावित राज्यों में सुरक्षा स्थिति की विस्तृत समीक्षा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों को माओवादियों के खिलाफ सक्रिय रूप से अभियान चलाने का निर्देश दिया था।